नमस्कार पशुपालक भाईयों स्वागत है आपका बुद्धा लक्ष्मी गौशाला के इस एपीसोड में जहां पर हम बात करते हैं पशुपालन और पशु चिकित्सा के संबंध में ……
आजकल पशुपालक भाई पशुपालन शुरू तो कर देते हैं परंतु महंगाई और समय की कमी के चलते Breeding पर ध्यान नहीं देते या यूं कहें की Breeding करना ही नहीं चाहते जिसके कारण वह अपने मनपसंद के या फिर जितनी क्षमता का पशु उनको चाहिए उस क्षमता का पशु उनको नहीं मिल पाता है या वह अपने गौशाला पर उस क्षमता का पशु नहीं उत्पन्न कर पाते हैं जिसके चलते उनको जितना पैसा कमाना चाहिए उतना प्रॉफिट नहीं जमा कर पाते हैं।
बहुत से पशुपालक भाई Breeding का महत्व नहीं समझते हैं वह सीधे बाजार से पशु खरीद लाते हैं उनका दूध निकालते हैं और उसके बाद उस पशु को अवने पौने दाम मे देते हैं। Breeding पशुपालकों के लिए वह कुंजी है जिससे वह अपने मनपसंद के पशु अपने गौशाला पर ही उत्पन्न कर सकते हैं और उनसे मन मुताबिक दूध और मुनाफा कमा सकते हैं।
बुद्धा लक्ष्मी गौशाला के इस एपीसोड में आज हम बात करेंगे Breeding, InBreeding और Repeat Breeding उनके कारण और उससे होने वाले नुकसान के बारे में
Breeding (प्रजनन)
Breeding क्या है ?
पशुओं की नस्ल सुधार के क्षेत्र में उठाए गए हर मुमकिन कदम को हम ब्रिडिंग कहते हैं। इस प्रक्रिया के अंतर्गत हम पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान या प्राकृतिक गर्भाधान करवाते हैं और इस समय हम इस बात का ख्याल रखते हैं कि हमें आने वाले दिनों में कौन सी नस्ल की पशु की आवश्यकता है। एक अच्छा Breeder या एक अच्छा पशुपालक बनने के लिए आपको एक किसी अच्छे खास नस्ल के Breed का चुनाव करना होगा और अपने पशु में उसका प्रयोग करना होगा जब वह पशु अगले पीढ़ी में बच्चों को जन्म देती हैं उस बच्चे पर फिर आपको इस नस्ल का फिर से प्रयोग करना होगा तभी वह एक अच्छा Breed बन सकता है
Breeding के लाभ
पशुपालक अगर अपने गौशाला पर ब्रिडिंग को अपनाते हैं तो अपने मन मुताबिक नल को अपने ही गौशाला पर बना सकते हैं, और अपने आवश्यकता अनुसार दूध उत्पादन कर सकते हैं और एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, एक अच्छे ब्रेड के चुनाव से आपका पशु साल तो अच्छा चल सकता है साथ ही साथ उसमें रिपीट ब्रीडिंग की समस्या नहीं आ सकती है पशुओं को बीमार पड़ने की समस्या कम हो सकती है तथा पशु स्वस्थ और सुंदर हो सकता है।
अगर कोई पशुपालक ब्रिडिंग करता है तो वह पशु को बेच कर भी अच्छा मुनाफा का बना सकता है
InBreeding (अंतः प्रजनन)
InBreeding क्या है ?
अपने पशुओं में किसी ऐसे बुल का सीमन लगवाना या किसी ऐसे बुल से प्राकृतिक गर्भाधान करवाना जो उसके माँ या उस पशु के पिता के ब्लड लाइन से मिलता जुलता हो अर्थात साधारण शब्दों में कहा जाए तो InBreeding का मतलब यह होगा कि इन दो पशुओं के बीच कोई रिश्ता हो जाए वह एक दूसरे के किसी भी तरह दूर से भी रिश्तेदार हों
InBreeding के कारण
सामान्य तौर पर InBreeding का एक कारण यह है कि किसानों को InBreeding के बारे में पता नहीं होता है और वह अधिक दूध उत्पादन की लालच में एक बुल से अपने पशुओं का ब्रिडिंग करवाते हैं जिसके परिणाम स्वरुप InBreedingपैदा होती है
InBreeding के नुकसान
घरेलू पशुधन की अत्यधिक उत्पादक अंतर्जात वंशावली का विकास संभव है। हालाँकि, आज तक, ऐसे प्रयासों को बहुत कम स्पष्ट सफलता मिली है। हालाँकि कभी-कभार उच्च प्रदर्शन वाले जानवर पैदा किए जाते हैं, अंतःप्रजनन के परिणामस्वरूप आम तौर पर प्रदर्शन में समग्र कमी आती है। यह कमी कई प्रकार से प्रकट होती है।
अंतः प्रजनन का सबसे स्पष्ट प्रभाव खराब प्रजनन क्षमता है जिसमें उच्च मृत्यु दर, कम विकास दर और वंशानुगत असामान्यताओं की उच्च आवृत्ति शामिल है। यह मवेशियों, घोड़ों, भेड़, सूअर और प्रयोगशाला जानवरों के साथ कई अध्ययनों से पता चला है। प्रदर्शन में इस कमी की सीमा, सामान्य तौर पर, अंतः प्रजनन की डिग्री के अनुपात में होती है।
अंतः प्रजनन की मात्रा जितनी अधिक होगी, प्रदर्शन में कमी उतनी ही अधिक होगी। वास्तविक प्रदर्शन में कमी सभी प्रजातियों या सभी लक्षणों में समान नहीं है। कुछ विशेषताएं (जैसे मांस की गुणवत्ता) अंतःप्रजनन से शायद ही प्रभावित होती हैं; अन्य (जैसे प्रजनन क्षमता) अंतःप्रजनन से बहुत प्रभावित होते हैं। फिर, हम “प्रदर्शन” में कमी की मात्रा के बारे में एक सामान्यीकृत बयान नहीं दे सकते हैं जो एक विशिष्ट मात्रा में अंतः प्रजनन के परिणामस्वरूप होगा और यह उम्मीद नहीं कर सकता है कि यह विभिन्न प्रकार की स्थितियों में लागू होगा।
Repeat Breeding
Repeat Breeding क्या है ?
पशुओं का गर्भाधान के बाद भी दुबारा heat मे आ जाना या साधारण भाषा मे कहें तो पशु का पाल ना रखना और बार बार हित में आना ही Repeat ब्रिडिंग कहते हैं। इससे पशुपालक भाईयों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है, और अधिकांश मामलों मे किसान अपने पशु को परेसान होकर बेच देता है।
Repeat Breeding के कारण
Repeat Breeding के निम्नलिखित कारण है
- विटामिन और मिनिरल की कमी :- पशुओं मे अधिकांश मामलों मे उनके शरीर मे विटामिन्स और मिनिरल की कमी हो जाती है, जिससे लम्बे समय तक पशु हित मे नही आता है और Heat मे आता भी है तो वो गर्भ नही रखता है और रिप्स ब्रिडिंग का शिकार होता है।
- पशुओं का वजन कम होना :- अधिकांश मामलों में पशुओं का वजन कम होने के कारण भी वो heat मे नही आते हैं और गर्भ धारण नही करते हैं।
- समय पर डिवॉर्मिंग का न होना:- पशुओं मे डिवर्मिंग न होने के कारण भी वो Repeat ब्रिडिंग का शिकार होती हैं।
- गर्भाषय मे सुजन या इंफेक्शन होना:- पशु पिछले ब्यात मे अगर जेर नही गिराती है और उसके बाद उसके गर्भाषय की सफाई ठीक से नही होती है तो उसके गर्भाषय मे सुजन या इंफेक्शन हो जाता है जिसके कारण पशु ठीक से heat मे नही आता या गर्भ धारण नही करता है।
Repeat Breeding का उपचार
Repeat Breeding के मामले में पशुपालक को चाहिए कि वह सर्वप्रथम अपने पशुओं की डिवर्मिंग करे और उसे Balance Feed दे जिससे उसका पशु वजन प्राप्त करें तथा उसको नियमित तौर पर 50 ग्राम की मात्रा में कोई अच्छा सा मिनरल मिक्सर पाउडर दे
जिससे आपका पशु heat मे भी आएगा और गर्भ भी धारण करेगा।